
कटनी, रीठी।। GANESH UPADHYAY VANDE BHARAT LIVE TV NEWS KATNI MP
शासन की लाख कोशिशों के बाद भी ग्राम पंचायतों में फर्जी हाजिरी चला कर अपनी जेबें गर्म करना का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं मनरेगा योजना के तहत मजदूरों का शोषण भी किया जा रहा है। मनरेगा अधिकारी सहित जनपद पंचायत के जिम्मेदारों की मिलीभगत से नियमों को दरकिनार कर बाल मजदूर व वृद्धावस्था पेंशन धारियों से मनरेगा में काम कराया जा रहा है।
ऐसा ही एक ताजा मामला रीठी जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत जमुनिया के मढ़ा देवरी में चल रहे नाला गहरी करण के कार्य में देखने को मिला है। यहां नाला गहरी करण के कार्य में लगे आधे मजदूर वृद्धावस्था पेंशनधारी हैं जबकि कुछ बाल मजदूर भी काम कर रहे हैं। बताया जाता है कि ग्राम पंचायत में सरपंच और सचिव की मनमानी अपने चरम पर है और इनकी जनपद पंचायत कार्यालय सहित राजनैतिक गलियारों में भी पकड़ मजबूत है। जिसके चलते यहां अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं।
ग्राम पंचायत जमुनिया के मढ़ा देवरी में चल रहे नाला गहरी करण के कार्य में बाल मजदूरों का भी खुलेआम शोषण किया जा रहा है। देखा गया कि अठारह वर्ष की कम आयु की बच्ची से सर पर मिट्टी का बोझ रखकर उससे मजदूरी कराई जा रही थी। वहीं इस ओर श्रम विभाग भी ध्यान नहीं दे रहा है।
पानी तक की नहीं है व्यवस्था
स्थल पर इस भीषण गर्मी में काम कर रहे मजदूरों को पीने के लिए पानी तक की ग्राम पंचायत द्वारा कोई व्यवस्था नहीं कराई गई है। काम कर रहे मजदूरों ने बताया कि उनके पीने के लिए पानी तक ग्राम पंचायत द्वारा उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जबकि उक्त कार्य गांव से बाहर केन नदी के नाला में चल रहा है। मजदूर इस चिलचिलाती धूप में अपने सिर पर कपड़ा बांध कर मजदूरी करने मजबूर हैं। मजदूरों को गला तर करने तक के लिए कार्य स्थल पर पेयजल की व्यवस्था नहीं की गई है। ग्राम पंचायत द्वारा मनमानी कर मजदूरों का शोषण किया जा रहा है।
लगा रहे कच्चे पत्थर
ग्राम पंचायत द्वारा निर्माण कार्य के नाम पर मनमानी इस कदर की जा रही है कि नाला के किनारे मेढ़ बंधान के लिए खेतों के ही कच्चे पत्थर का उपयोग किया जा रहा हैं। जबकि बिल खदानों के और परिवहन के भी लगाकर शासन की राशि आहरित की जाएगी। बावजूद इसके घटिया कार्य किया जा रहा